वीडियो प्रतिलेखन
मुझे अपने ही जेल के कोठरी में पत्थरवाह किए जाने के बाद अपने विचारों को इकट्ठा करने में कुछ समय लगा.
मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि उन्होंने उस आदमी के साथ क्या किया जो भागने की कोशिश की.
इंसा.
उन्होंने हमें अलग रखते हुए कैदियों को रखा और किसी से बात करने का कोई मौका नहीं था.
और वैसे भी, यह निषिद्ध था जब तक कि वे हमें संबोधित नहीं करते थे.